+91-884-724-4122

info@sofatinfertility.com

गर्भावस्था के दौरान पैरों में सूजन: क्या करें, कारण और इलाज

Quick Enquiry

    गर्भावस्था एक महिला के जीवन का सबसे विशेष और महत्वपूर्ण समय होता है, लेकिन इस दौरान शारीरिक बदलाव भी कई तरह की समस्याओं को जन्म देते हैं। उनमें से एक आम समस्या है पैरों में सूजन (Swelling in Legs), जिसे एडीमा (Edema) भी कहा जाता है। लगभग हर गर्भवती महिला को इस समस्या का सामना करना पड़ता है, खासकर तीसरी तिमाही में।

    पैरों में सूजन क्यों होती है?

    गर्भावस्था के दौरान शरीर में कई शारीरिक और हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिनके कारण पैरों में सूजन आ सकती है। कुछ मुख्य कारण इस प्रकार हैं:

    1. हॉर्मोनल परिवर्तन: गर्भावस्था के दौरान शरीर में हार्मोनल बदलाव होते हैं, जैसे कि प्रोजेस्टेरोन का स्तर बढ़ता है। यह हार्मोन रक्त वाहिकाओं की दीवारों को अधिक ढीला कर देता है, जिससे शरीर में पानी और नमक का संचय होता है, जिससे सूजन होती है।
    2. रक्त वर्धन (Blood Volume Increase): गर्भावस्था के दौरान शरीर में रक्त की मात्रा बढ़ जाती है ताकि गर्भाशय और बच्चे को पर्याप्त पोषण मिल सके। इस अतिरिक्त रक्त का एक हिस्सा शरीर में एकत्रित हो जाता है, खासकर निचले अंगों में, जिससे सूजन होती है।
    3. बढ़ी हुई गर्भाशय का दबाव: जैसे-जैसे गर्भाशय का आकार बढ़ता है, वह नसों पर दबाव डालता है, विशेष रूप से पैरों की नसों पर। यह रक्त का सामान्य प्रवाह बाधित करता है, जिससे पैरों और टखनों में सूजन हो सकती है।
    4. नमक का अधिक सेवन: अगर गर्भवती महिला का आहार नमक से भरपूर होता है, तो शरीर में पानी का संचय अधिक होता है, जिससे सूजन बढ़ सकती है।
    5. देर तक खड़े रहना या बैठना: लंबे समय तक एक ही स्थिति में खड़े रहना या बैठना पैरों में रक्त संचार को प्रभावित करता है, जिससे सूजन हो सकती है।

    पैरों में सूजन का इलाज

    गर्भावस्था के दौरान पैरों की सूजन को नियंत्रित करना बेहद जरूरी है ताकि यह अधिक बढ़कर किसी अन्य स्वास्थ्य समस्या का रूप न ले। कुछ आसान उपाय हैं जो इस सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं:

    1. पैरों को ऊंचा रखें: जब भी आप बैठें या लेटें, तो अपने पैरों को तकिए या किसी ऊंची सतह पर रखें। इससे रक्त का प्रवाह बेहतर होता है और सूजन कम होती है।
    2. हल्की एक्सरसाइज करें: हल्की-फुल्की एक्सरसाइज जैसे वॉकिंग, पैर मोड़ना, या पैरों को घुमाना सूजन को कम कर सकते हैं। ये गतिविधियाँ रक्त संचार को सुधारने में मदद करती हैं।
    3. नमक का सेवन कम करें: नमक का अधिक सेवन शरीर में पानी की अधिकता का कारण बनता है, जिससे सूजन बढ़ती है। गर्भावस्था में संतुलित आहार लेना जरूरी होता है, जिसमें नमक की मात्रा नियंत्रित हो।
    4. गर्म पानी से सिकाई: गर्म पानी से सिकाई करने से भी पैरों की सूजन में राहत मिल सकती है। आप एक गर्म पानी की बाल्टी में थोड़ा सा नमक डालकर अपने पैरों को उसमें डाल सकती हैं।
    5. कंप्रेशन सॉक्स पहनें: कंप्रेशन सॉक्स (Compression Socks) या पैरों के लिए विशेष तरह के जुराबें पहनने से सूजन को कम करने में मदद मिलती है। ये सॉक्स रक्त संचार में सुधार करते हैं और सूजन को नियंत्रित करते हैं।
    6. अच्छी नींद लें: पर्याप्त और आरामदायक नींद से शरीर की थकान कम होती है और सूजन भी कम हो सकती है। नींद के दौरान अपने पैरों को ऊंचा रखें।
    7. पानी अधिक पिएं: पर्याप्त पानी पीने से शरीर में तरल का संतुलन बना रहता है, और यह सूजन को कम करने में मदद करता है।

    सावधानियाँ और कब डॉक्टर से संपर्क करें

    हालांकि गर्भावस्था के दौरान पैरों में सूजन एक सामान्य समस्या है, लेकिन कुछ स्थितियों में यह गंभीर हो सकती है। यदि सूजन के साथ अन्य लक्षण जैसे अत्यधिक सिरदर्द, दृष्टि में परिवर्तन, या पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। यह प्री-एक्लेमप्सिया (Preeclampsia) जैसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है, जो गर्भवती महिलाओं में खतरनाक हो सकती है।

    निष्कर्षगर्भावस्था के दौरान पैरों में सूजन होना एक सामान्य समस्या है, लेकिन यह किसी गंभीर समस्या का संकेत भी हो सकता है। इस समस्या से निपटने के लिए सही आहार, हल्की एक्सरसाइज, और आरामदायक जीवनशैली जरूरी है। यदि सूजन अत्यधिक हो या अन्य लक्षण महसूस हो, तो स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लेना बेहद महत्वपूर्ण है।

    Contact Us